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एक तरफ कहते हैं पुरुष निराकारवादी होते हैं,दूसरी तरफ पुरुष सब दुर्योधन दुशासन है, अर्थात।
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गुप्त पुरूषार्थ में जास्ती ताकत होती है,
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जगन्नाथ मंदिर में हांडी में चावल पकाने पर चार हिस्सों में बट जाता है।
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सीता को धोबी की वजह से दोबारा बनवास जाना पड़ता हैं, तो अव्वनंबर सीता कौन?
162 views • 2 days ago
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सभी प्रकार के योग में सबसे सहज योग है,राजयोग राजा बनाने वाला योग।
27 views • 2 days ago
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तुम्हें पाके हमने जहां पा लिया, माना संसार पा लिया, सम्पूर्ण सार बुद्धि में धारण कर लिया,
103 views • 2 days ago
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बाप दादा सबको एक समय पर एक सा खजाना दे रहे हैं, खजाना जमा करने की विधि अलग-अलग है।
92 views • 3 days ago
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इस सृष्टि पर सदा कायम शिव बाबा हैं।
79 views • 3 days ago
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भगवान आते हैं तो,पापी कलयुग की स्थापना करने नहीं आते हैं, भगवान सतयुग की स्थापना करने आते हैं 🙏🙏
76 views • 5 days ago
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मैं पतित तन को राजा,पतित दुनिया मे रहते हुए ,मन बुद्धि में अप्रभावित स्टेज बनी रहती है,
70 views • 6 days ago
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दो प्रकार की देवियां है,एक वैष्णवी शाकाहारी,दूसरी महाकाली मांसाहारी,
62 views • 6 days ago
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ज्ञान सागर के बच्चों में ज्ञान सागर का अंश होना चाहिए,हम आत्माएं सागर का बुद बुदा है।
45 views • 6 days ago
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भगवान कभी पतित नहीं बनता है, भगवान तो पतितों को पावन बनाता है , बुद्धि रूपी धरनी को पवित्र बनाता है,
119 views • 7 days ago
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ज्ञान की बरसात होती है, तो अनाज याद का भोजन जास्ती मिलता है, तो आत्म को ताकत मिलती हैं
95 views • 7 days ago
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जगन्नाथ मंदिर में नील चक्र का अध्यात्मिक ज्ञान में बेहद का रहस्य है।
543 views • 7 days ago
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गीता में लिखा है, कि भगवान सर्व व्यापी नहीं है, एकव्यापी है, भगवान् परम् धाम का रहने वाला है।
39 views • 10 days ago
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शंकर की दो पत्नियां थीं,एक सती दूसरी पार्वती, बेहद का बाप बेहद की बातें करते हैं।
70 views • 10 days ago
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अपनी अपनी आत्मा के पार्ट खोलने के लिए,बहुत विचार सागर मंथन करना चाहिए।
143 views • 11 days ago
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जिस प्रकार कस्तूरी मृग की नाभि में होती है,उस तरह शान्ति आत्मा के अंदर ही है।
102 views • 12 days ago
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परम पिता परमात्मा को इन स्थूल आंखों से नहीं देख सकते हैं,सूक्ष्म नेत्र से देखते हैं ,
49 views • 2 weeks ago
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केकेयी, कौशल्या सुमित्रा, बेहद में कैसे हैं।
67 views • 2 weeks ago
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चार सहयोगनी शक्तियों के स्वाभाव संस्कार मिलकर विष्णु रूप बैकुंठ वासी बनते हैं।
66 views • 2 weeks ago
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तुलसी दास चन्दन घिसत तिलक देते रघुवीर।पुरुष टीका लगाते हैं, माना आत्मिक स्थिति में टिकते हैं।
114 views • 2 weeks ago
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पतित आत्माएं जा ही नहीं सकेंगी,पावन आत्माएं ही जा सकेगी,पुराना कुछ नहीं जा सकेगा।
43 views • 2 weeks ago
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सर्व आत्माओं का पिता एक है,हर धर्म में उस निराकार ज्योति की मान्यता है।
32 views • 2 weeks ago
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हमे देहधारी नहीं पढ़ा रहा है। हमे ज्ञान सागर पढ़ा रहे हैं।हमे व्यक्तित्व पर ध्यान देना चाहिए 🙏🙏
39 views • 2 weeks ago
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बाप का नाम रूप देश और काल क्या है?
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यज्ञोपवीत तीन सूत्रों को बुद्धि रूपी धरनी में धारण करते हुए स्थापना, विनाश, पालना, करते हैं
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अभी बाप आकर चार धर्म की स्थापना करते हैं, बेहद का बाप बेहद की बात करते हैं।
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10:51
छात्र तेज कब डेवलप होता है, और कैसे डेवलप होता है।
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